ग्लूकोमा (काला मोतिया) से पीड़ित अपनाएं ये 4 अयुर्वेदिक उपाय, समस्या में मिल सकती है राहत।

ग्लूकोमा (Glaucoma) हमारी आँखों से संबंधित एक गंभीर समस्या है, जिससे हमारी आँखों की रोशनी भी जा सकती है। लेकिन कुछ अयुर्वेदिक तरीकों को अपनाकर आप इसको अपने आप से दूर रख सकते हैं।

Glaucoma Ayurvedic Treatment In Hindi :

जब हमारी आँखों का इंट्राओकुलर दबाव (Intraocular Pressure) बढ़ जाता है तो इस स्थिति को ग्लूकोमा कहा जाता है। इस स्थिति में रेटिना खास - तौर पर आॅप्तिक नर्व में बदलाव होता है। इससे बचने के लिए समय - समय पर आपको अपनी आँखों की जाँच करवाते रहना चाहिए। ग्लूकोमा होने पर आप चाहे तो आयुर्वेदिक उपायों का सहारा भी ले सकते हैं। ये उपाय ग्लूकोमा के मरीजों की आँखों में होने वाले दबाव को कम अर सकते हैं। चलिए ग्लूकोमा के आयुर्वेदिक इलाज के बारे मे विस्तार से जानते हैं।

ग्लूकोमा का आयुर्वेदिक इलाज :

ग्लूकोमा का इलाज किसी चिकित्सक के सलाह पर ही करें। यह एक खतरनाक बिमारी है जिससे आँखों की रोशनी जाने का भी खतरा रहता है, इसलिए इसके इलाज में आप कोई जो़खिम न लें।

1. पुनर्नवा का पाउडर होता है फायदेमंद

पुनर्नवा का पाउडर हमारी आँखों को स्वस्थ रखने में बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन से हमारी आँखों का दबाव कम होता है, साथ ही आँखों की स्थिति में सुधार होता है।

2. त्रिफला चूर्ण के लाभ :

आयुर्वेदिक डाक्टर बताते हैं कि त्रिफला चूर्ण हमारी आँखों के लिए लाभकारी होता है। आँखों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में त्रिफला चूर्ण बहुत सहायता करता है। ग्लूकोमा जैसी बिमारी में भी त्रिफला का उपयोग किया जा सकता है। आप चाहें तो पानी के साथ त्रिफला चूर्ण का सेवन कर सकते हैं अथवा रातभर एक गिलास पानी में त्रिफला भिगों दें और सुबह इस पानी से अपनी आँखों को धोए। इससे आपकी आँखों को राहत मिलती है।

3. प्रतिदिन अनुलोम - विलोम करें :

ग्लूकोमा होने पर आपको जटिल आसन करने से बचना चाहिए। इस बिमारी में आप अनुलोम - विलोम का अभ्यास कर सकते हैं। इसके अलावा आप सरल आसन भी कर सकते हैं। किंतु कुछ योग - आसन हैं जैसे शीर्षासन, सर्वागासन जिनसे आपकी आँखों में दबाव और बढ़ता है इसलिए इन आसनों का प्रयोग बिल्कुल न करें।

4. रात में तरल पदार्थ लेने से बचें :

आयुर्वेदिक डाक्टर बताते हैं कि ग्लूकोमा से पीड़ित व्यक्तियों को रात में तरल पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर हमारे शरीर में पानी की मात्रा अधिक रहती है तो ग्लूकोमा की स्थिति और बिगड़ सकती है और हमारी आँखों में दबाव बढ़ सकता है।

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